विचित्रयोग इसवर्ष श्राद्धपक्ष शुक्लपक्ष से आरंभ होगा जाने आपके पूर्वजों के निमित्त किस दिन करें श्राद्ध

ज्योतिर्विद्  पंडित कपिल  जोशी   ने बताया कि इस वर्ष विक्रमी संवतसर 2077 को श्राद्ध पक्ष अश्विनी शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि से आरंभ हो रहे हैं यानी 1 सितंबर दिन मंगलवार तिथि चतुर्दशी जो 9:39 तक रहेगी उसके उपरांत आप लोग पूर्णमासी का  श्राद्ध कर सकते हैं ज्योतिर्विद्  पंडित कपिल जोशी ने बताया कि शास्त्र अनुसा
 इस वर्ष पूर्णिमा का श्राद्ध एक पावन श्राद्ध है इसे पूर्णिमा के दिन करने का शासन नियम है क्योंकि इस वर्ष 
पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध 
1 सितंबर 2020 ईस्वी को  अपराहन काल व्यापिनी है अतः  पूर्णिमा का श्राद्ध इस वर्ष इस दिन ही होगा यहां यह भी बताना चाहते हैं कि अगले दिन,,
 प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध
2 सितंबर दिन बुधवार 2020 को यह पूर्णिमा तिथि अपराहन से काफी पहले ही  सुबह 10:51 समाप्त हो जाती है इसलिए इसी दिन प्रतिपदा का श्राद्ध  करना चाहिए

3 सितंबर 2020 को प्रतिपदा अप वाहन से पूर्व 12  घंटे 27 मिनट पर ही समाप्त हो जाती है इस दिन अप वाहन काल 13 घंटे 37 मिनट से 16 घंटे 8 मिनट तक रहेगा अतः इस दिन प्रतिपदा तिथि  इसे स्पर्श भी नहीं कर सकती
दितीय का श्राद्ध 
3 सितंबर 2020 ईस्वी को 12 घंटे 27 मिनट से आरंभ होकर यह तिथि है तिथि 4 सितंबर 2020 ईस्वी को 14 घंटे 24 मिनट तक रहेगी 3 सितंबर 2020 ईस्वी को अपराहन  का लगभग 13 घंटे 35 मिनट से 16 घंटे 8 मिनट तक रहेगी अतः इस दिन यह तिथि अपराहन के पूर्ण काल को व्याप्त कर रही है जबकि अगले दिन इसके काफी कम अपराह्न काल को प्राप्त करेगी स्पष्ट है कि पूर्ण अपराहन काल या अपनी अश्विनी कृष्ण द्वितीय के दिन 3 सितंबर 2020 ईस्वी को यशराज  करना चाहिए 4 सितंबर 2020  दिन शुक्रवार को कोई भी तिथि अपराहन काल को स्पष्ट नहीं कर रही है इसलिए इस दिन कोई भी श्राद्ध नहीं किया जाएगा 
तृतीया तिथि का श्राद्ध 
5 सितंबर दिन शनिवार 2020 ईस्वी को होगा 
चतुर्थी तिथि का श्राद्ध 
6 सितंबर 2020 दिन रविवार को  चतुर्थी का श्राद्ध होगा 
पंचमी तिथि का श्राद्ध 
7 सितंबर 2020 दिन सोमवार को पंचमी का श्राद्ध होगा
 षष्ठी तिथि का श्राद्ध 
8 सितंबर 2020 दिन मंगलवार को षष्ठी तिथि का श्राद्ध होगा
सप्तमी तिथि का  
9 सितंबर दिन बुधवार को सप्तमी तिथि का श्राद्ध होगा  
अष्टमी तिथि का श्राद्ध 
10 सितंबर 2020 दिन बृहस्पतिवार को अष्टमी तिथि का श्राद्ध होगा 
  नवमी तिथि का श्राद्ध 
11 सितंबर 2020 दिन शुक्रवार को नवमी तिथि का श्राद्ध होगा  
दशमी तिथि का श्राद्ध 
12 सितंबर  2020 दिन शनिवार को दशमी तिथि का श्राद्ध होगा  
 एकादशी तिथि का श्राद्ध 
13 सितंबर 2020 दिन
 रविवार को एकादशी तिथि का श्राद्ध होगा 
द्वादशी तिथि का श्राद्ध 
14 सितंबर 2020 दिन सोमवार को  द्वादशी तिथि का श्राद्ध किया जाएगा इस दिन सन्यासियों के  लिए श्राद्ध एवं पिंडदान किए जाते हैं 
त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध
15 सितंबर 2020 दिन मंगलवार को त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध होगा
   चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध
16 सितंबर 2020 दिन बुधवार को त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध किया जाएगा
    अमावस्या तिथि 
 17 सितंबर 2020 दिन वीरवार को अमावस्या का श्राद्ध किया जाएगा इस दिन आप अज्ञात मृत्यु तिथि वालों का श्राद्ध भी कर सकते हैं इस दिन श्राद्ध पक्ष समाप्त हो जाएगा उसके उपरांत अट्ठार सितंबर 2020 से दोष मास आरंभ हो जाएगा जो

Comments

Unknown said…
Thanks 9417761094
Unknown said…
Thanks Pandit ji🙏

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