जानिए ! पितृपक्ष में श्राद्ध किस दिन कौन सा श्राद्ध करें ?
ज्योतिषाचार्य पंडित कपिल जोशी ने बताया कि शास्त्र अनुसार इस वर्ष विक्रम संवत्सर 2081 अश्विनी शुक्ल पक्ष दिन मंगलवार 17 सितंबर 2024 को 11:45 तक अनंत चतुर्दशी तिथि व्याप्त रहेगी इस दिन भगवान श्री विष्णु जी के निमित्त व्रत रखकर ओम अनंत आए नमः का जाप करने से परम सिद्धि प्राप्त होती है गणपति विसर्जन श्री सत्यनारायण व्रत पूजन इस दिन किया जाएगा
सुबह 11:45 के उपरांत अपने दिवंगत पितरों की आत्मा की शांति के लिए 17 सितंबर 2024 को पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध इस दिन किया जाएगा
आश्विन कृष्ण पक्ष पितृ पक्ष कहलाता है पितरों के नियमित किए जाने वाले प्राय सभी श्राद्ध कर्म पावन श्रIद्ध कहलाते हैं स्राद्धों में दिवंगत पूर्वजों की मृत्यु तिथि अनुसार तिलकुशा चावल और गंगाजल सहित संकल्प पूर्वक पिंडदान व तर्पण आदि करने के बाद ब्राह्मणों को यथाशक्ति भोजन फल वस्त्र आदि का दान दक्षिणा सहित करता है उसके पितृ संतृप्त होकर साधक को दीर्घायु आरोग्य स्वास्थ्य धन यश संपदा मोक्ष आदि का आशीर्वाद देते हैं जो व्यक्ति जानबूझकर श्राद्ध कर्म नहीं करता वह पाप ग्रस्त होकर अनेक प्रकार के कस्ट एवं भाव से पीड़ित रहता है
श्राद्ध पक्ष बुधवार 18 सितंबर 2024 से आरंभ होकर 2 अक्टूबर 2024 अमावस्या तिथि तक रहेंगे इस वर्ष प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध बुधवार 18 September 2024 को द्वितीय का श्राद्ध बृहस्पतिवार 19 सितंबर 2024 को तृतीया तिथि का श्राद्ध शुक्रवार 20 सितंबर 2024 को चतुर्थी का श्राद्ध 21 सितंबर 2024 दिन शनिवार को पंचमी का श्राद्ध रविवार 22 सितंबर 2024 को किया जाएगा
विशेष तौर पर नोट करें इस वर्ष छटा एवं सप्तमी तिथि का श्राद्ध 23 सितंबर 2024 दिन सोमवार को ही होगा
इस वर्ष अष्टमी तिथि का श्राद्ध 24 सितंबर दिन बुधवार 2024 को होगा नवमी तिथि का श्राद्ध 25 सितंबर 2024 दिन बृहस्पतिवार को होगा दशमी तिथि का श्राद्ध 26 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को होगा
विशेष ध्यान देने योग्य बात इस वर्ष एकादशी तिथि 27 एवं 28 सितंबर 2 दिन को घटित होने जा रही है इस विषय पर सामान्य लोग भ्रम में रहेंगे की श्राद्ध किस दिन किया जाना चाहिए शास्त्रों के अनुसार इस वर्ष 27 सितंबर 2024 दिन शनिवार को किया जाना चाहिए ध्यान रहे 28 सितंबर 2024 दिन रविवार को किसी तिथि का श्राद्ध नहीं किया जाएगा द्वादशी का श्राद्ध 29 सितंबर 2024 सोमवार के दिन किया जाएगा द्वादशी तिथि विशेष तौर पर सन्यासी लोगों के श्राद्ध करने के लिए उचित मानी जाती है 30 सितंबर 2024 दिन मंगलवार को त्रयोदशी का श्राद्ध किया जाएगा 1 अक्टूबर 2024 दिन मंगलवार को चतुर्दशी का श्राद्ध किया जाएगा इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु शस्त्र घाट विश अग्नि में जलकर पानी में डूबने से अकाल मृत्यु हो 2 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को सर्व पितृ श्राद्ध ज्ञात अज्ञात मृतजन पितरों के निमित्त श्राद्ध करने से पितरों को शांति तथा श्रद्ध करता को सुख समृद्धि एवं वश में वृद्धि होती है
सुबह 11:45 के उपरांत अपने दिवंगत पितरों की आत्मा की शांति के लिए 17 सितंबर 2024 को पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध इस दिन किया जाएगा
आश्विन कृष्ण पक्ष पितृ पक्ष कहलाता है पितरों के नियमित किए जाने वाले प्राय सभी श्राद्ध कर्म पावन श्रIद्ध कहलाते हैं स्राद्धों में दिवंगत पूर्वजों की मृत्यु तिथि अनुसार तिलकुशा चावल और गंगाजल सहित संकल्प पूर्वक पिंडदान व तर्पण आदि करने के बाद ब्राह्मणों को यथाशक्ति भोजन फल वस्त्र आदि का दान दक्षिणा सहित करता है उसके पितृ संतृप्त होकर साधक को दीर्घायु आरोग्य स्वास्थ्य धन यश संपदा मोक्ष आदि का आशीर्वाद देते हैं जो व्यक्ति जानबूझकर श्राद्ध कर्म नहीं करता वह पाप ग्रस्त होकर अनेक प्रकार के कस्ट एवं भाव से पीड़ित रहता है
श्राद्ध पक्ष बुधवार 18 सितंबर 2024 से आरंभ होकर 2 अक्टूबर 2024 अमावस्या तिथि तक रहेंगे इस वर्ष प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध बुधवार 18 September 2024 को द्वितीय का श्राद्ध बृहस्पतिवार 19 सितंबर 2024 को तृतीया तिथि का श्राद्ध शुक्रवार 20 सितंबर 2024 को चतुर्थी का श्राद्ध 21 सितंबर 2024 दिन शनिवार को पंचमी का श्राद्ध रविवार 22 सितंबर 2024 को किया जाएगा
विशेष तौर पर नोट करें इस वर्ष छटा एवं सप्तमी तिथि का श्राद्ध 23 सितंबर 2024 दिन सोमवार को ही होगा
इस वर्ष अष्टमी तिथि का श्राद्ध 24 सितंबर दिन बुधवार 2024 को होगा नवमी तिथि का श्राद्ध 25 सितंबर 2024 दिन बृहस्पतिवार को होगा दशमी तिथि का श्राद्ध 26 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को होगा
विशेष ध्यान देने योग्य बात इस वर्ष एकादशी तिथि 27 एवं 28 सितंबर 2 दिन को घटित होने जा रही है इस विषय पर सामान्य लोग भ्रम में रहेंगे की श्राद्ध किस दिन किया जाना चाहिए शास्त्रों के अनुसार इस वर्ष 27 सितंबर 2024 दिन शनिवार को किया जाना चाहिए ध्यान रहे 28 सितंबर 2024 दिन रविवार को किसी तिथि का श्राद्ध नहीं किया जाएगा द्वादशी का श्राद्ध 29 सितंबर 2024 सोमवार के दिन किया जाएगा द्वादशी तिथि विशेष तौर पर सन्यासी लोगों के श्राद्ध करने के लिए उचित मानी जाती है 30 सितंबर 2024 दिन मंगलवार को त्रयोदशी का श्राद्ध किया जाएगा 1 अक्टूबर 2024 दिन मंगलवार को चतुर्दशी का श्राद्ध किया जाएगा इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु शस्त्र घाट विश अग्नि में जलकर पानी में डूबने से अकाल मृत्यु हो 2 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को सर्व पितृ श्राद्ध ज्ञात अज्ञात मृतजन पितरों के निमित्त श्राद्ध करने से पितरों को शांति तथा श्रद्ध करता को सुख समृद्धि एवं वश में वृद्धि होती है
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ज्योतिषाचार्य पंडित कपिल जोशी
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Mob. 9814836930
7986237982
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