श्री दुर्गाअष्टमी एवं कन्यापूजन रविवार 25 मार्च 2018 नो करना शुभ रहेगा इस दिन अश्टमी एवं नवमी दोनों ही कन्यापूजन के लिए शुभ फलदायक है जाने इस नवरात्रो मे दुर्गापूजन का शुभ समय
ज्योतिषाचार्य पंडित कपिल जोशी ने बताया कि शास्त्र अनुसार इस वर्ष विक्रम संवत्सर 2081 अश्विनी शुक्ल पक्ष दिन मंगलवार 17 सितंबर 2024 को 11:45 तक अनंत चतुर्दशी तिथि व्याप्त रहेगी इस दिन भगवान श्री विष्णु जी के निमित्त व्रत रखकर ओम अनंत आए नमः का जाप करने से परम सिद्धि प्राप्त होती है गणपति विसर्जन श्री सत्यनारायण व्रत पूजन इस दिन किया जाएगा सुबह 11:45 के उपरांत अपने दिवंगत पितरों की आत्मा की शांति के लिए 17 सितंबर 2024 को पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध इस दिन किया जाएगा आश्विन कृष्ण पक्ष पितृ पक्ष कहलाता है पितरों के नियमित किए जाने वाले प्राय सभी श्राद्ध कर्म पावन श्रIद्ध कहलाते हैं स्राद्धों में दिवंगत पूर्वजों की मृत्यु तिथि अनुसार तिलकुशा चावल और गंगाजल सहित संकल्प पूर्वक पिंडदान व तर्पण आदि करने के बाद ब्राह्मणों को यथाशक्ति भोजन फल वस्त्र आदि का दान दक्षिणा सहित करता है उसके पितृ संतृप्त होकर साधक को दीर्घायु आरोग्य स्वास्थ्य धन यश संपदा मोक्ष आदि का आशीर्वाद देते हैं जो व्यक्ति जानबूझकर श्राद्ध कर्म नहीं करता वह पाप ग्रस्त होकर अनेक प्रकार के कस्ट एवं भाव ...
भागवत में लिखी ये 10 भयंकर बातें कलयुग में हो रही हैं सच 1.ततश्चानुदिनं धर्मः सत्यं शौचं क्षमा दया । कालेन बलिना राजन् नङ्क्ष्यत्यायुर्बलं स्मृतिः ॥ *कलयुग में धर्म, स्वच्छता, सत्यवादिता, स्मृति, शारीरक शक्ति, दया भाव और जीवन की अवधि दिन-ब-दिन घटती जाएगी.* 2.वित्तमेव कलौ नॄणां जन्माचारगुणोदयः । धर्मन्याय व्यवस्थायां कारणं बलमेव हि ॥ *कलयुग में वही व्यक्ति गुणी माना जायेगा जिसके पास ज्यादा धन है. न्याय और कानून सिर्फ एक शक्ति के आधार पे होगा !* 3. दाम्पत्येऽभिरुचि र्हेतुः मायैव व्यावहारिके । स्त्रीत्वे पुंस्त्वे च हि रतिः विप्रत्वे सूत्रमेव हि ॥ *कलयुग में स्त्री-पुरुष बिना विवाह के केवल रूचि के अनुसार ही रहेंगे.* *व्यापार की सफलता के लिए मनुष्य छल करेगा और ब्राह्मण सिर्फ नाम के होंगे.* 4. लिङ्गं एवाश्रमख्यातौ अन्योन्यापत्ति कारणम् । अवृत्त्या न्यायदौर्बल्यं पाण्डित्ये चापलं वचः ॥ *घूस देने वाले व्यक्ति ही न्याय पा सकेंगे और जो धन नहीं खर्च पायेगा उसे न्याय के ...
ज्योतिर्विद् पंडित कपिल जोशी ने बताया कि शास्त्र शास्त्र अनुसार इस नवरात्रि किस दिन करें कन्या पूजन एवं मां दुर्गा अष्टमी पूजन इस वर्ष नवरात्रों में सभी भक्तों ने बड़े हर्ष उल्लास के साथ मां भगवती दुर्गा का पूजन आरंभ किया है और सभी भक्तों ने अपनी श्रद्धा भावना के अनुसार माता की ज्योति घर में प्रज्वलित की है इस उपलक्ष में भक्तजनों के द्वारा मां भगवती दुर्गा के निमित्त उपवास रखे जाते हैं और इन उपवास को संपूर्ण करने के लिए कुछ भक्त अष्टमी तिथि को कन्या पूजन करते हैं और कुछ भक्त नवमी तिथि को कन्या पूजन करके अपने व्रत उपवास को पूर्ण करते हैं परंतु इस वर्ष तिथियों के कम अधिक होने के कारण भक्तजन असमंजस में पड़े हैं कि दुर्गा अष्टमी किस दिन मनानी चाहिए आइए बताते हैं आपको कि श्री दुर्गा अष्टमी पूजन एवं कन्या पूजन किस दिन करें इस वर्ष मां भगवती दुर्गा अष्टमी का पूजन इस वर्ष 24 अक्टूबर 2020 दिन शनिवार को अष्टमी तिथि का पूजन करना शास्त्र अनुसार सही रहेगा इसका कारण यह है कि शास्त्रों में जो तिथि सूर्योदय के समय सूर्य नारायण भ...
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