ज्योतिषाचार्य पंडित कपिल जोशी ने बताया कि इस वर्ष शास्त्र अनु सार खग्रास चंद्रग्रहण विक्रम संवत्सर 2082 दिन रविवार पूर्णिमा तिथि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र कुंभ राशि के चंद्रमा में 7 सितंबर 2025 ई को घटित होने जा रहा है भारत के अतिरिक्त यह ग्रहण संपूर्ण यूरोप संपूर्ण एशिया के देश ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड अफ्रीका पश्चिमी उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिणी अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र में दिखाई देगा यूरोप के लगभग सभी देश अफ्रीका के अधिकतर देशों में इस ग्रहण का प्रारंभ चंद्र उदय के बाद देखा जा सकेगा अर्थात जब इन क्षेत्रों में चंद्र उदय होगा तब ग्रहण प्रारंभ हो चुका होगा जबकि दक्षिणी पूर्वी ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड फिजी आदि में इस ग्रहण की समाप्ति चंद्र अस्त के समय देखी जा सकेगी अर्थात जब ग्रहण घटित हो रहा होगा तो चंद्र अस्त हो जाएगा भारत तथा संपूर्ण एशिया में इस ग्रहण का दृश्य प्रारंभ से समाप्ति तक देखा जा सकेगा ग्रहण का सूतक काल इस ग्रहण का सूतक 7 सितंबर 2025 को दोपहर 12 घंटे 57 मिनट पर आरंभ हो जाएगा ग्रहण काल में क्या करें क्या ना करें ग्रहण के सूतक तथा ग्रहण काल म...
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